Nanha lal ka gubbara

नन्हा लाल का गुब्बारा small short story with moral

नन्हा लाल का गुब्बारा small short story with moral

टॉमी एक छोटा और चंचल बच्चा था, जो अपनी मां के साथ एक छोटे से गाँव में रहता था। वह हमेशा अपने दोस्तों के साथ खेलता और नई-नई चीजों की खोज में लगा रहता था।

एक दिन, टॉमी ने अपनी माँ से एक लाल गुब्बारा मांगा। उसकी माँ ने उसे एक सुंदर, चमकदार लाल गुब्बारा ला दिया।

टॉमी ने गुब्बारे को पाकर बहुत खुशी महसूस की और उसे अपने दोस्तों को दिखाने के लिए बाहर दौड़ पड़ा।

खेलते-खेलते, अचानक एक तेज हवा का झोंका आया और गुब्बारा टॉमी के हाथ से छूटकर आसमान में उड़ने लगा। टॉमी बहुत दुखी हुआ और गुब्बारे के पीछे-पीछे दौड़ने लगा।

जैसे ही वह गुब्बारे के पीछे दौड़ता रहा, उसने देखा कि गुब्बारा एक जादुई जंगल की ओर जा रहा है। टॉमी ने कभी भी इस जंगल को इतनी करीब से नहीं देखा था। वह गुब्बारे को पकड़ने की कोशिश में जंगल के अंदर चला गया।

जंगल के अंदर जाने पर, टॉमी ने देखा कि वहाँ के पेड़-पौधे और जानवर बेहद अनोखे और जादुई थे। उसे वहाँ एक प्यारी सी परी मिली,

जिसने उसे देखकर मुस्कुराया और कहा, “नमस्ते, टॉमी! मैं जानती हूँ कि तुम अपने गुब्बारे के पीछे यहाँ आए हो।”

टॉमी ने हैरान होकर पूछा, “आपको मेरा नाम कैसे पता?”

परी ने हंसते हुए कहा, “यह जंगल जादुई है, और यहाँ सब कुछ संभव है। मैं तुम्हारी मदद कर सकती हूँ, लेकिन पहले तुम्हें तीन चुनौतियों को पूरा करना होगा।

” टॉमी ने साहसपूर्वक कहा, “ठीक है, मैं तैयार हूँ!”

पहली चुनौती में, टॉमी को एक भूलभुलैया से बाहर निकलना था। उसने अपनी बुद्धिमानी का उपयोग किया और जल्द ही बाहर निकल आया। दूसरी चुनौती में, उसे एक ऊँचे पेड़ पर चढ़कर एक चमकदार फल लाना था। टॉमी ने अपने साहस का प्रदर्शन किया और फल को प्राप्त किया।

तीसरी और अंतिम चुनौती में, टॉमी को अपने दोस्तों की मदद से एक पुल को पार करना था। उसने अपने दोस्तों को बुलाया और सबने मिलकर पुल को पार किया।

जंगल का राजा की कहानी

परी ने खुश होकर कहा, “तुमने सभी चुनौतियों को पूरा कर लिया है, टॉमी। अब तुम्हें तुम्हारा गुब्बारा मिल जाएगा।”

परी ने अपने जादू से टॉमी का लाल गुब्बारा वापस उसके हाथों में दे दिया। टॉमी बहुत खुश हुआ और उसने परी का धन्यवाद किया।

परी ने उसे आशीर्वाद दिया और कहा, “टॉमी, तुम्हारा साहस और दोस्ती का भाव तुम्हें हमेशा सफल बनाएगा।”

टॉमी अपने गुब्बारे के साथ खुशी-खुशी अपने गाँव वापस लौट आया। उसने अपनी माँ और दोस्तों को अपनी अद्भुत यात्रा की कहानी सुनाई। सभी ने उसकी कहानी सुनकर खुशी मनाई और टॉमी को उसकी साहसिकता के लिए बधाई दी।

नन्हा लाल का गुब्बारा small short story with moral की सिख

उस दिन के बाद से, टॉमी ने सीखा कि साहस, बुद्धिमानी और दोस्ती के साथ हर मुश्किल को पार किया जा सकता है। वह अपने गुब्बारे के साथ नए-नए खेल खेलता और अपनी जादुई यात्रा को याद करता।

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