बच्चों के मनोरंजन और नैतिकता सिख के लिए कुछ कहानी जिसे अपने बच्चो को अवश्य सुनाये।
तोते की कहानी
बहुत समय पहले की बात है, एक घने जंगल में एक सुंदर और चतुर तोता रहता था। उसका नाम था मिट्ठू। मिट्ठू के पंख हरे रंग के थे और उसकी चोंच लाल रंग की थी। वह बहुत ही प्यारा और बुद्धिमान था। मिट्ठू को बोलने की कला में महारत हासिल थी। वह जंगल के सभी जानवरों के साथ अच्छे संबंध रखता था और सबका प्रिय था।
मिट्ठू का सबसे अच्छा दोस्त था चीकू नाम का एक बंदर। चीकू और मिट्ठू हर दिन साथ में खेलते और जंगल में घूमते थे। एक दिन, जब वे दोनों जंगल में घूम रहे थे, तो उन्होंने एक अजीब सी आवाज सुनी। वे दोनों उस आवाज की दिशा में चल पड़े और देखा कि एक बूढ़ा आदमी एक पेड़ के नीचे बैठा हुआ है और रो रहा है।
मिट्ठू और चीकू ने बूढ़े आदमी से पूछा, “आप क्यों रो रहे हैं?” बूढ़े आदमी ने बताया कि वह एक जादूगर है और उसकी जादुई छड़ी खो गई है। बिना उस छड़ी के वह कोई जादू नहीं कर सकता और उसे बहुत परेशानी हो रही है।
मिट्ठू ने सोचा कि अगर वह जादूगर की मदद करेगा, तो उसे भी कुछ नया सीखने को मिलेगा। उसने चीकू से कहा, “चलो, हम इस जादूगर की मदद करते हैं और उसकी जादुई छड़ी ढूंढते हैं।” चीकू ने सहमति जताई और वे दोनों जादुई छड़ी की खोज में निकल पड़े।
जंगल में घूमते-घूमते, उन्होंने कई जानवरों से पूछा, लेकिन किसी को भी जादुई छड़ी के बारे में कुछ पता नहीं था। अंत में, वे एक पुराने और बड़े पेड़ के पास पहुंचे। पेड़ के नीचे एक गुफा थी। मिट्ठू ने सोचा कि शायद छड़ी गुफा के अंदर हो सकती है। वे दोनों गुफा के अंदर गए और देखा कि वहां एक चमकती हुई छड़ी पड़ी है।
मिट्ठू ने छड़ी उठाई और जादूगर के पास ले आया। जादूगर बहुत खुश हुआ और उसने मिट्ठू और चीकू को धन्यवाद दिया। उसने कहा, “तुम दोनों ने मेरी बहुत मदद की है। मैं तुम्हें एक वरदान देना चाहता हूँ।” मिट्ठू ने कहा, “मुझे कोई वरदान नहीं चाहिए। मुझे खुशी है कि मैंने आपकी मदद की।”
जादूगर ने मुस्कुराते हुए कहा, “तुम्हारी सच्ची और निस्वार्थ भावना के लिए मैं तुम्हें एक विशेष शक्ति देता हूँ। अब तुम जब चाहो, किसी भी जानवर की भाषा समझ सकते हो और उनसे बात कर सकते हो।” मिट्ठू और चीकू बहुत खुश हुए और उन्होंने जादूगर को धन्यवाद दिया।
उस दिन के बाद से, मिट्ठू और चीकू ने जंगल के सभी जानवरों की मदद की और सबके साथ मिलकर खुशी-खुशी रहने लगे। मिट्ठू की बुद्धिमानी और चीकू की चंचलता ने उन्हें जंगल का सबसे प्यारा और मददगार जोड़ी बना दिया।
छोटे खरगोश की कहानी
बहुत समय पहले की बात है, एक हरे-भरे जंगल में एक छोटा सा खरगोश रहता था। उसका नाम था बिन्नी। बिन्नी बहुत ही चंचल और नटखट था। वह हर दिन जंगल में दौड़ता-भागता और अपने दोस्तों के साथ खेलता था। बिन्नी के सबसे अच्छे दोस्त थे गिल्लू नाम का गिलहरी और मिन्नी नाम की चिड़िया।
एक दिन, जब बिन्नी, गिल्लू और मिन्नी जंगल में खेल रहे थे, तो उन्होंने देखा कि एक बड़ा सा पेड़ गिर गया है और उसके नीचे एक छोटा सा खरगोश फंसा हुआ है। बिन्नी ने तुरंत अपने दोस्तों से कहा, “हमें इस छोटे खरगोश की मदद करनी चाहिए।”
गिल्लू और मिन्नी ने सहमति जताई और वे तीनों मिलकर उस पेड़ को हटाने की कोशिश करने लगे। लेकिन पेड़ बहुत भारी था और वे उसे हिला भी नहीं पा रहे थे। बिन्नी ने सोचा कि अगर वे सभी जानवरों की मदद लें, तो शायद वे इस पेड़ को हटा सकें।
बिन्नी ने जंगल के सभी जानवरों को बुलाया और उनसे मदद मांगी। सभी जानवरों ने मिलकर उस पेड़ को हटाने की कोशिश की, लेकिन पेड़ बहुत भारी था। तभी, एक बूढ़ा हाथी वहां आया और उसने कहा, “मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूँ।”
हाथी ने अपनी सूंड से पेड़ को उठाया और उसे एक तरफ रख दिया। छोटे खरगोश को बाहर निकाल लिया गया और वह बहुत खुश हुआ। उसने बिन्नी और उसके दोस्तों को धन्यवाद दिया और कहा, “आप सभी ने मेरी जान बचाई है। मैं आपका बहुत आभारी हूँ।”
बिन्नी, गिल्लू और मिन्नी बहुत खुश हुए कि उन्होंने एक छोटे खरगोश की मदद की। उस दिन के बाद से, वे सभी जानवरों के साथ मिलकर रहते और एक-दूसरे की मदद करते। बिन्नी की चंचलता और उसकी मददगार भावना ने उसे जंगल का सबसे प्यारा और प्रिय खरगोश बना दिया।
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कुत्ते और इंसान की कहानी
बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में एक किसान रहता था जिसका नाम था रामू। रामू बहुत मेहनती और ईमानदार व्यक्ति था। वह अपने खेतों में दिन-रात मेहनत करता था और अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। रामू के पास एक प्यारा सा कुत्ता था जिसका नाम था शेरू। शेरू रामू का सबसे अच्छा दोस्त था और हमेशा उसके साथ रहता था।
शेरू एक बहुत ही वफादार और समझदार कुत्ता था। वह रामू के हर आदेश का पालन करता और उसकी हर बात समझता था। रामू और शेरू की दोस्ती पूरे गाँव में मशहूर थी। लोग कहते थे कि रामू और शेरू की जोड़ी भगवान ने बनाई है।
एक दिन, जब रामू अपने खेतों में काम कर रहा था, तो उसने देखा कि आसमान में काले बादल छा रहे हैं। उसे लगा कि बारिश होने वाली है, इसलिए उसने जल्दी-जल्दी अपना काम खत्म किया और घर की ओर चल पड़ा। शेरू भी उसके साथ था। रास्ते में, उन्होंने देखा कि एक बूढ़ी औरत एक भारी बोझ उठाए हुए चल रही है। रामू ने तुरंत उसकी मदद की और उसका बोझ उठाकर उसके घर तक पहुंचाया। बूढ़ी औरत ने रामू को धन्यवाद दिया और कहा, “भगवान तुम्हें खुश रखे।”
रामू और शेरू घर पहुंचे और देखा कि बारिश शुरू हो गई है। रामू ने सोचा कि अगर वह समय पर घर नहीं पहुंचता, तो शायद वह भीग जाता। उसने शेरू को प्यार से देखा और कहा, “शेरू, तुम मेरे सबसे अच्छे दोस्त हो। तुम्हारे साथ होने से मुझे हमेशा हिम्मत मिलती है।”
शेरू ने अपनी पूंछ हिलाई और रामू के पैरों के पास बैठ गया। रामू ने उसे प्यार से थपथपाया और दोनों घर के अंदर चले गए। उस रात, जब रामू सो रहा था, तो उसने एक अजीब सपना देखा। उसने देखा कि एक विशालकाय सांप उसके घर में घुस आया है और उसके परिवार को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है। रामू ने डर के मारे चिल्लाया और उसकी नींद खुल गई।
रामू ने देखा कि शेरू उसके बिस्तर के पास बैठा हुआ है और उसकी ओर देख रहा है। रामू ने सोचा कि यह सिर्फ एक सपना था, लेकिन शेरू की आँखों में कुछ अजीब सा दिखा। उसने शेरू को प्यार से थपथपाया और कहा, “शेरू, तुम हमेशा मेरी रक्षा करते हो। मुझे तुम पर गर्व है।”
अगले दिन, रामू अपने खेतों में काम करने गया और शेरू भी उसके साथ था। वे दोनों खेतों में काम कर रहे थे कि अचानक शेरू ने जोर से भौंकना शुरू कर दिया। रामू ने देखा कि एक विशालकाय सांप उसकी ओर बढ़ रहा है। रामू ने तुरंत एक लकड़ी उठाई और सांप को मारने की कोशिश की, लेकिन सांप बहुत तेज था और उसने रामू पर हमला कर दिया।
शेरू ने बिना किसी डर के सांप पर हमला कर दिया और उसे दूर भगाया। रामू ने शेरू को गले लगाया और कहा, “शेरू, तुमने मेरी जान बचाई। तुम सच में मेरे सबसे अच्छे दोस्त हो।” शेरू ने अपनी पूंछ हिलाई और रामू के पैरों के पास बैठ गया।
उस दिन के बाद से, रामू और शेरू की दोस्ती और भी मजबूत हो गई। वे दोनों हमेशा एक-दूसरे का साथ देते और हर मुश्किल का सामना करते। गाँव के लोग उनकी दोस्ती की मिसाल देते और कहते कि रामू और शेरू की जोड़ी भगवान ने बनाई है।
छोटे हिरण की कहानी
बहुत समय पहले की बात है, एक घने जंगल में एक छोटा सा हिरण रहता था। उसका नाम था चीकू। चीकू बहुत ही चंचल और नटखट था। वह हर दिन जंगल में दौड़ता-भागता और अपने दोस्तों के साथ खेलता था। चीकू के सबसे अच्छे दोस्त थे बिन्नी नाम का खरगोश और मिन्नी नाम की चिड़िया।
एक दिन, जब चीकू, बिन्नी और मिन्नी जंगल में खेल रहे थे, तो उन्होंने देखा कि एक बड़ा सा पेड़ गिर गया है और उसके नीचे एक छोटा सा खरगोश फंसा हुआ है। चीकू ने तुरंत अपने दोस्तों से कहा, “हमें इस छोटे खरगोश की मदद करनी चाहिए।”
बिन्नी और मिन्नी ने सहमति जताई और वे तीनों मिलकर उस पेड़ को हटाने की कोशिश करने लगे। लेकिन पेड़ बहुत भारी था और वे उसे हिला भी नहीं पा रहे थे। चीकू ने सोचा कि अगर वे सभी जानवरों की मदद लें, तो शायद वे इस पेड़ को हटा सकें।
चीकू ने जंगल के सभी जानवरों को बुलाया और उनसे मदद मांगी। सभी जानवरों ने मिलकर उस पेड़ को हटाने की कोशिश की, लेकिन पेड़ बहुत भारी था। तभी, एक बूढ़ा हाथी वहां आया और उसने कहा, “मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूँ।”
हाथी ने अपनी सूंड से पेड़ को उठाया और उसे एक तरफ रख दिया। छोटे खरगोश को बाहर निकाल लिया गया और वह बहुत खुश हुआ। उसने चीकू और उसके दोस्तों को धन्यवाद दिया और कहा, “आप सभी ने मेरी जान बचाई है। मैं आपका बहुत आभारी हूँ।”
चीकू, बिन्नी और मिन्नी बहुत खुश हुए कि उन्होंने एक छोटे खरगोश की मदद की। उस दिन के बाद से, वे सभी जानवरों के साथ मिलकर रहते और एक-दूसरे की मदद करते। चीकू की चंचलता और उसकी मददगार भावना ने उसे जंगल का सबसे प्यारा और प्रिय हिरण बना दिया।
छोटे हाथी की कहानी
बहुत समय पहले की बात है, एक घने जंगल में एक छोटा सा हाथी रहता था। उसका नाम था गोलू। गोलू बहुत ही प्यारा और चंचल था। वह हर दिन जंगल में घूमता और अपने दोस्तों के साथ खेलता था। गोलू के सबसे अच्छे दोस्त थे मोती नाम का मोर और चीकू नाम का बंदर।
एक दिन, जब गोलू, मोती और चीकू जंगल में खेल रहे थे, तो उन्होंने देखा कि एक नदी के किनारे एक छोटा सा हिरण फंसा हुआ है। गोलू ने तुरंत अपने दोस्तों से कहा, “हमें इस छोटे हिरण की मदद करनी चाहिए।”
मोती और चीकू ने सहमति जताई और वे तीनों मिलकर उस हिरण को बाहर निकालने की कोशिश करने लगे। लेकिन नदी का पानी बहुत तेज था और वे उसे बाहर नहीं निकाल पा रहे थे। गोलू ने सोचा कि अगर वे सभी जानवरों की मदद लें, तो शायद वे इस हिरण को बचा सकें।
गोलू ने जंगल के सभी जानवरों को बुलाया और उनसे मदद मांगी। सभी जानवरों ने मिलकर उस हिरण को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन पानी बहुत तेज था। तभी, एक बूढ़ा हाथी वहां आया और उसने कहा, “मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूँ।”
बूढ़े हाथी ने अपनी सूंड से हिरण को उठाया और उसे सुरक्षित स्थान पर रख दिया। छोटे हिरण को बाहर निकाल लिया गया और वह बहुत खुश हुआ। उसने गोलू और उसके दोस्तों को धन्यवाद दिया और कहा, “आप सभी ने मेरी जान बचाई है। मैं आपका बहुत आभारी हूँ।”
गोलू, मोती और चीकू बहुत खुश हुए कि उन्होंने एक छोटे हिरण की मदद की। उस दिन के बाद से, वे सभी जानवरों के साथ मिलकर रहते और एक-दूसरे की मदद करते। गोलू की चंचलता और उसकी मददगार भावना ने उसे जंगल का सबसे प्यारा और प्रिय हाथी बना दिया।
FAQS
मनोरंजन कहानी हिंदी में कहा से पढ़े?
मनोरंजन के लिए कहानी आप shortstorieshindi.org पार पाढ सकते है यहाँ मनोरंजक कहानी के साथ साथ आपको कई और तरह के भी कहानियाँ पढ़ने को मिल जाएगी.
मनोरंजक कहानी या मनोरंजन की कहानियाँ क्या होती है?
मनोरंजक कहानी या मनोरंजन की कहानी दोनों एक ही होती है इससे बच्चे को मनोरंजन के साथ कई तरह के शिक्षा प्राप्त होती है, जिससे बच्चे को भविष्य मे काफ़ी मदद होती है।
शॉर्ट मनोरंजक कहानियाँ क्या है
शॉर्ट मनोरंजक कहानियाँ एक तरह की बच्चे के मनोरंजन के लिए कहानी है होती है, पार यह आकर मे छोटी होती है।
बच्चों के मनोरंजन और नैतिकता सिख के लिए कुछ कहानी जिसे अपने बच्चो को अवश्य सुनाये।